आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में मन ज्यादा ही विचलित है मन को कैसे शांत करें Mind cantrol और तनाव भरे इस जीवन में मन कंट्रोल के बाहर है तो मन को कैसे शांत करें आइए जानते हैं। अंत में एक बोनस प्वाइंट बताया गया है जिससे जिसे आप जरूर फॉलो करें।
मन के विपरीत कार्य करना –
आपको अगर किसी को कन्ट्रोल करना है तो आपको उस पर हावी होना पड़ेगा चाहे वह खतरनाक जानवर हो या आपका मन ही क्यों ना हो आप पढ़ने बैठते हो और आपका मन पढ़ने का हो तो आप तुरंत उठ जाते हैं|
मतलब आप मन के गुलाम है। इसे कंट्रोल करने के लिए उसके विपरीत कार्य करना होगा जबरदस्ती पढ़ना होगा जब जब आप मन की विपरीत कार्य करने लगते हो तो आपका मन अधिक विचलित हो जाता है।
और मन शांत होकर आपके कंट्रोल में आ जाता है मन को वश में करने के लिए यही कारगर उपाय है।
जिससे मन जल्दी वंश में होता है।
ध्यान-
ऋषि मुनि ज्यादातर ध्यान मुद्रा में ही रहते हैं।तभी तो उनका मन वश में रहता है ध्यान करने से मन के सारे विचार समाप्त हो जाते हैं और मन धीरे-धीरे शांत होने लगता है।
जब आप ध्यान लगाने की मुद्रा में बेठते हो तब आपका मन विचलित होगा मुद्रा छोड़ने का विचार आएगा परंतु आपको मन के विपरीत उसी ध्यान मुद्रा में बैठना है।
जिससे मन कंट्रोल हो सके।
शांत दिमाग
बड़े बुजुर्ग अक्सर कोई काम बिगड़ जाने पर कहते हैं शांत दिमाग से काम करना चाहिए।
जब दिमाग शांत रहता है तो विचारों पर आसानी से काबू पाया जा सकता है शांत दिमाग मन को कंट्रोल करने की शक्ति रखता है साथ ही साथ किसी भी कार्य को सही तरह से करने की विल पावर इच्छा शक्ति बढ़ जाती है।
तनाव मुक्त
तनाव ही शुद्ध विचारों व इच्छाशक्ति का खात्मा करता है यह हमेशा जीवन को आलस्य और नकारात्मक विचारों से भर देता है इसलिए जितना हो सके उतना तनाव से मुफ़्त ही रहिए यह मन को अवसाद ग्रस्त कर देता है मन को विचलित कर देता है।
- तनाव पैदा होने का कारण
सुबह देरी से उठना खाली बैठे रहना आलस्य करना और सबसे बड़ा कारण है सोशल मीडिया बार-बार मोबाइल चलाना यह तनाव का सबसे बड़ा कारण है।
तनाव को दूर करने के लिए ज्यादातर प्रकृति के निकट रहे हैं मन को शांत रखें जितना हो सके कार्य में व्यस्त रहें और नित्य योग करें जिससे दिन भर आप ऊर्जा मय रहोगे और तनाव दूर होगा।
बोनस प्वाइंट
कार्य को शांत दिमाग से करें ज्यादातर मोबाइल से दूरी बनाए रखें और वही देखे जो आपको अच्छा लगे ज्यादा मोटिवेशन वीडियो ना देखे अपनी दिनचर्या बनाएं और उसी के अनुरूप कार्य करें निमित्त योग व्यायाम करें टाइम के अनुसार सोए उठे आवश्यकता अनुसार ही शुद्ध भोजन खाए।