उज्जैन के 3 लोग जिंदा जलकर मारे गए और टेम्पो ट्रेवलर निर्माता फोर्स कम्पनी का कहना है कि सब मरने वालों की गलती है -:लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी
उज्जैन के 3 लोग जिंदा जलकर भस्म हो गए । वाहन बेचते समय कम्पनी कहती है कि इसमें सुरक्षा के व्यापक इंतजाम है । दुर्घटना के समय इसमे आग नही लगेगी ।
लेकिन दुर्घटना के समय गाड़ी में आग लग गयी 3 लोग जिंदा जलकर मर गए ।यह अकेला हादसा नही जिसमे टेम्पो ट्रेवलर में आग लगी हो और भी ऐसे बहुत सारे मामले देश मे बीते समय मे हुए है ।
मेने जब कम्पनी को फोन किया तो उज्जैन में कम्पनी के जितने भी नम्बर थे वो सब बन्द मिलें । कस्टमर केयर नम्बर पर फोन किया तो उन्होंने कहाँ हम केवल वाहन बेचने ओर सर्विसिंग पर बात करते है ।
आप जो पूछ रहे है उसकी जानकारी हमारे पास नही है । फिर बहुत देर प्रयास करने पर कस्टमर केयर वालो ने इंदौर के डीलर दीपक का नम्बर दिया दीपक ने बोला कि
वाहन 2015 का मॉडल है तब मैंने कहाँ मॉडल कोई सा भी हो आग लगने का क्या कारण है ? कम्पनी की गाड़ियों में सुरक्षा के क्या उपाय है ? तो उसका कहना था कि कम्पनी की गलती नही है मरने वालों की गलती है और मुझसे फालतू सवाल मत पूछो । कम्पनी नही सुरक्षा की ग्यारंटी लेती है ।
आवाज को कड़क करते हुए दीपक कहते है कि
मेरे परिवार के बहुत लोग पत्रकार है । तब मैंने आग्रह पूर्वक कहाँ तीन लोग जलकर भस्म हो गए है आप इतना आमानवीय वर्जन कैसे दे सकते है तो उनका कहना था कि कम्पनी के मालिक से बात करो मेरा पीछा छोड़ो ओर उन्होंने सोरी बोलकर फोन काट दिया ।
गाड़ी की विक्री के समय खोखले दावे करने वाले अब ठीक से बात भी नही कर रहें है । वाहन बेचते समय कहाँ जाता है इसमें ऐसी तकनीक का उपयोग किया गया है कि कुछ भी हो जाएगा परन्तु गाड़ी में आग नही लगेगी ।
सारे दावे झूठे साबित हुए ।
क्या था पूरा मामला -:
भयानक जानलेवा उस रात करीब डेढ़ बजे देवासरोड़ टोलनाका पार करने के दो किमी आगे भौंरासा मेन रोड़ पर टेम्पो ट्रेवलर की सामने से गलत साइड आ रहे रेती से भरे डम्पर से भिड़ंत हो गई। बड़ा सवाल यह कि रात 1.30 बजे रेती के डम्पर का क्या काम ?
क्या यह अवैध खनन एवं खनन चोरी का मामला था ? क्या डम्पर वाला चोरी छुपे रेती चुराकर रातो रात रॉन्ग साइड से आकर ठिकाने लगाता है । मृतक तीनो दोस्त मिलनसार एवं सबकी मदद करने वाले थे उनकी अचानक दर्दनाक मौत से शोक की लहर पूरे क्षेत्र में महसूस की जा सकती है ।
उज्जैन की ओर आ रहा ट्रेवलर वाहन क्रमांक एमपी 13 टीए 4070 सही दिशा में एवं सीमित स्पीड में चल रहा था। टक्कर के बाद ट्रेवलर वाहन का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया और उसमें आग लग गई ।
मृतकों की शिनाख्त देवेन्द्र उर्फ पप्पू गेहलोत पिता सजन सिंह निवासी तिलकेश्वर कालोनी पीपलीनाका उज्जैन , शिवनारायण नामदेव पिता उमराव निवासी महावीर कालोनी पीपलीनाका उज्जैन और उसके पड़ोसी श्याम इटावा माली उर्फ गुड्डू पिता मदनलाल निवासी उज्जैन के रूप में की गयी है ।
टेंपो ट्रेवलर मिनी बस की तरह उपयोग की जा रही है लेकिन सुरक्षा के मानक पूर्ण नही आरटीओ ने आंख मिच रखी है -:
बसों में सुरक्षा के मानक जांचने का काम आरटीओ का भी है 17 सीटर टेम्पो ट्रेवलर में सुरक्षा के कोई मानक नही है । यहां तक कि शहर में चल रहे अनेको टेम्पो ट्रेवलर में न तो अग्निशमन उपकरण है ।
न ही इमरजेंसी विंडो । अनेको में तो स्पीड मीटर तक नही लगें है ।
सड़को पर डम्पर की हाई स्पीड जानलेवा स्पीड मीटर सिर्फ कागजों में -:
शहर की सड़कों पर तेज गति के डम्पर भागते आपने देखे होंगे । आगर रोड़ पर तो बसों में ट्रकों में रेस लगती है । तेज हॉर्न ओर जानलेवा स्पीड लेकिन कोई कार्यवाही नही की जाती है ।
देशभर में डम्पर एवं बड़े वाहनों की स्पीड नियंत्रण हेतु व्यापक कार्यवाही करनी चाहिए । कम्पनी निर्माताओं को आदेश देना चाहिए कि अधिकतम गति कम कर वाहनों में स्पीड मीटर अनिवार्य रूप से पहले से ही लगाए जाएं ।
(प्रस्तुत लेख में कम्पनी के कस्टमर केयर डीलर से हुई बातचीत का विवरण दिया गया है । उसकी कॉल रिकार्डिंग भी सुरक्षित है साथ ही बंद नम्बरो का विवरण भी सुरक्षित है । )
- लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी
कंपनी सिर्फ वाहन बेचने में ही दिलचस्पी दिखाती है
बाद में सर्विस देने में लापरवाही बरतती है,,
govind dada bilkul shi h aap ri vaat
दुःखद घटना और कंपनी वालों की बेशर्मी पर तो जितना बुरा बोलू उतना कम होगा ।
ji shi h